Husain Ibne Ali ne sar kata ke

Noha

हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
बचाया दीने हक़ घर को लुटाके

खुदा की राह में सदके किया है
लहू अपने बहत्तर का बहाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके

अली अकबर का सीना और बरछी
रखो लाशा ज़रा मां से बचाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके

कोई कुबरा से क़ासिम को ना पूछे
कहां भेजा उसे दूल्हा बनाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके

अली असगर दिखादो प्यास अपनी
ज़बाने खुश्क होंटो पर फिराके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके

ज़बां बच्चे ने होटों पर फिरादी
शकी रोने लगे मुंह को फिराके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके

ख़ता जब तीर ने की हुरमला के
वो बच्चा रह गया फिर मुस्कुराके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके

सकीना ने कहा अपने चचा से
मुझे पानी पिलादो जल्द लाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके

हुए शब्बीर तन्हा करबला में
भरा घर कर दिया सदक़े ख़ुदा के
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके

उतारी चादरें सैदानीयों की
सताया और फिर खैमे जलाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके

सकीना के भी छीने गोशवारे
किया कानों को ज़ख्मी खूं बहाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके

सिकन्दर ज़ुल्म क्या करते थे ज़ालिम
जिगर फटता है ये सबको बताके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके

हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
बचाया दीने हक़ घर को लुटाके

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