Apna Ghr Bar Luta Dega Nawasa Mera

Noha

उसकी गोद में शब्बीर है  उसकी अज़मत उसकी ये तौकीर है
फिदिया इस्माईल का ठहरा यही ख्वाबे इब्राहीम की ताबीर है

अपना घर बार लुटा देगा नवासा मेरा
दीने इस्लाम बचा देगा नवासा मेरा

वादा बचपन का निभा देगा नवासा मेरा
देखना सर को कटा देगा नवासा मेरा

नोके नेज़ा की बुलंदी से ज़माने भर को
देखो क़ुरआन सुनादेगा नवासा मेरा

आओ अय्यूब यहाँ सब्र के जोहर देखो
लाशे मैदान से उठाएगा नवासा मेरा

ऐ खुदा तेरी रज़ा तेरी ख़ुशी की ख़ातिर
अपने ग़म सारे भुला देगा नवासा मेरा

चाँद से बेटे को इस्लाम की ख़ातिर एक दिन
जलती रेती में सुला देगा नवासा मेरा

मिस्ले हुर्र इसके भी धूल जाएगे इस्या सारे
खुल्द हैदर को दिला देगा नवासा मेरा

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