हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
बचाया दीने हक़ घर को लुटाके
खुदा की राह में सदके किया है
लहू अपने बहत्तर का बहाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
अली अकबर का सीना और बरछी
रखो लाशा ज़रा मां से बचाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
कोई कुबरा से क़ासिम को ना पूछे
कहां भेजा उसे दूल्हा बनाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
अली असगर दिखादो प्यास अपनी
ज़बाने खुश्क होंटो पर फिराके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
ज़बां बच्चे ने होटों पर फिरादी
शकी रोने लगे मुंह को फिराके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
ख़ता जब तीर ने की हुरमला के
वो बच्चा रह गया फिर मुस्कुराके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
सकीना ने कहा अपने चचा से
मुझे पानी पिलादो जल्द लाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
हुए शब्बीर तन्हा करबला में
भरा घर कर दिया सदक़े ख़ुदा के
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
उतारी चादरें सैदानीयों की
सताया और फिर खैमे जलाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
सकीना के भी छीने गोशवारे
किया कानों को ज़ख्मी खूं बहाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
सिकन्दर ज़ुल्म क्या करते थे ज़ालिम
जिगर फटता है ये सबको बताके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
हुसैन इब्ने अली ने सर कटाके
बचाया दीने हक़ घर को लुटाके