कहती रही हुसैन से सुग़रा ना जाइये
सुना ना कीजियेगा मदीना न जाइये
इमकान है बिन आपके मर जाएगी दुख्तर
बीमार हूँ मैं छोड़ के तनहा ना जाइये
बाबा अगरचे आपको जाना ज़रूर है
मुझको भी साथ ले चलें वार्ना ना जाइये
अकबर से कह रही थी के शायद वो कान में
बाबा से आप कहिये के बाबा ना जाइये
उजड़े हुए दायर मैं तन्हाइयों के साथ
कैसे जियेगी हाय ये दुखिया ना जाइये
कहती रही वो बाप से बा चश्मे तर नदीम
बाबा ना जाइये मेरे बाबा ना जाइये
Kehti rhi Husain se sughra na jaiye
suna na kijiyega madina na jaiye
imkaam hai bin apke mar jaiyegi dukhtar
bimar hu me chord ke tanha na jaiye
baba agarche apko jana zarur hai
mujhko bhi sath le chle warna na jaiye
akber se keh rhi thi ke shayad wo kaan main
baba se ap kahiye ke baba na jaiye
ujde hue dayar me tanhaiyo k sath
kaise jiyegi haye ye dukhiya na jaiye
kehti rhi wo baap se pa chashme tar nadeem
baba na jaiye mere baba na jaiye …