कहा सकीना ने रोककर चाचा से कह दूंगी
मुझे सता ना सितमगर चाचा से कह दूंगी
ये मेरे कानो में बाबा की एक निशानी है
मुराद इसके तहफ़्फ़ुज़ की मैंने मानी है
उतार मत मेरे गोहर चाचा से कह दूंगी
कहा सकीना ने रोककर चाचा से कह दूंगी
जहाँ में आयते क़ुरआने किरदेगार हूँ मैं
है उम्र छोटी सही फिर भी पर्देदार हूँ मैं
ना छीनना मेरी चादर चाचा से कह दूंगी
कहा सकीना ने रोककर चाचा से कह दूंगी
कई दिनों से मुसलसल मिला नहीं पानी
बहुत ना मार के पासी हूँ ज़ुल्म के बानी
लो आ गया मुझे चक्कर चाचा से कह दूंगी
कहा सकीना ने रोककर चाचा से कह दूंगी
बजुज़ यतीमी मेरे पास और कुछ भी नहीं
मैं बद नसीब मेरे पास और कुछ भी नहीं
ना आना खेमे के अंदर चाचा से कह दूंगी
कहा सकीना ने रोककर चाचा से कह दूंगी
जला दिया मेरा दामन मेरी खता क्या थी
ऐ दुश्मनी तेरी बच्ची से बे हया क्या थी
नहीं जलाना मेरा घर चाचा से कह दूंगी
कहा सकीना ने रोककर चाचा से कह दूंगी
ये बार बार तमाचे जो खाये सेहती हूँ
अब और चाहिए क्या दर्द से तड़पती हूँ
उठा ना हाथ में खंजर चाचा से कह दूंगी
कहा सकीना ने रोककर चाचा से कह दूंगी
भुला ना पाऊँगी ताज़िन्दगी वो मंज़र को
के शिमर जब भी घुड़कता था बिन्ते सर्वर को
पहन के कहती गोहर चाचा से कह दूंगी
कहा सकीना ने रोककर चाचा से कह दूंगी