अलविदाई मातम है अलविदाई मातम है
सबसे पहले जा अपनी जिसने की क़ुर्बा
मोमिनो उसी हुर्र का अलविदाई मातम है
हो गए क़लम जिसके दोनों ही शाने
शाह के उस ब्रादर का अलविदाई मातम है
जालिमो ने मारी थी जिसके क्लब पा बरछी
उस जवान ए अकबर का अलविदाई मातम है
शिमर ने गला जिसका तेग़े ज़ुल्म से काटा
उस गरीबो मुज़्तर का अलविदाई मातम है
कर्बला में जो फुरकान शाह पर हो गया कुर्बान
उन साहबे सरवर का अलविदाई मातम है