by Bayaz-e-Gham | Jul 13, 2020 | Salam
गर मुझको मज़ारे शहे वाला नज़र आये ए मुजरई फिरदोस का नक़्शा नज़र आये जाना कहूँ क्या मारेया मैं आले नबी का खेमों में ना उतरे थे के आदा नज़र आये कहती थी ये सुगरा के वो किस तरह न रोए आबाद घर अपना जिसे सूना नज़र आये दूल्हा बने क़ासिम ये दुआ करती थीं ज़ैनब अकबर का भी या रब...
by Bayaz-e-Gham | Jul 13, 2020 | Salam
सब मुझे ज़ाकिर शाहे शोहदा कहते हैं ए सलामी इसे अफ़ज़ाले खुदा कहते हैं आस्ताने शहे मज़लूम का अल्लाह रे शरफ बादशाहों को इसी दर का गदा कहते हैं चलते चलते जो रुका अस्प तो हज़रत ने कहा नहीं मालूम के इस दश्त को क्या कहते हैं आयी हतिफ की निदा घोड़े से उतरो शब्बीर ये वो सहरा...
by Bayaz-e-Gham | Oct 22, 2019 | Salam
ए ज़मीने कर्बला तेरा मुक़द्दर देखिये हैं तेरी आगोश में सिब्ते पयम्बर देखिये फ़ातेमा बिन्ते असद ऐजाज़े हैदर देखिये खुल गया दीवारे काबा में नया दर देखिये हौसला शब्बीर का अल्लाहो अकबर देखिये लाते हैं हाथों पा रख कर लाशे अकबर देखिये फैसला यूँ कर्बला में हक़्क़ो बातिल का...
by Bayaz-e-Gham | Sep 18, 2019 | Salam
साक़िए कौसर जो कौसर के कनारे जाएंगे हैदरी मैंख्वार ही पहले पुकारे जाएंगे उनके बदले गौहरे शहवार लोगे मोमिनों पेशे ख़ालिक़ जिस घडी आंसू तुम्हारे जाएंगे हो किसी को या ना हो ख़ौफ़े क़यामत हमको क्या हम हो हर मुश्किल में मोला को पुकारे जाएंगे नीमचे तोले हुए कहते थे ज़ैनब के...
by Bayaz-e-Gham | Sep 17, 2019 | Salam
अमीर जिस दरे दौलत पा एक ज़माना हुआ वो घर उजड़ गया ग़ारत वो कारखाना हुआ लगा के बच्चे को एक तीर हुरमुला ने कहा ये काम मुझसे दमे जंग रुस्तमाना हुआ हुसैन ने कभी शिकवा किया ना उम्मत से गिला किया भी किसी से तो दोस्ताना हुआ सुहाब रखता था साये में जिसके नाना को लहद को उसकी...
by Bayaz-e-Gham | Aug 19, 2019 | Salam
बिन भाई के जब सूए वतन जाएगी ज़ैनब ए मुजरई हम चश्मों मे शरमाएगी ज़ैनब जब रोजे जज़ा पेशे खुदा जाएगी जैनब जद के कलमा गोयो को बखशवाएगी ज़ैनब सुग़रा जो कहेगी काहॉ बाबा है फुपी जॉ किस तरह से बीमार को समझाएगी ज़ैनब अकबर से ये जैनब ने कहा लेके बलाएं तुम रन को अगर जाओगे मर...